14th
March
जेएनयू में भी एक रोहित वेमुला की मौत, पंखे से लटकता मिला शव
नई दिल्ली। जेएनयू के दलित रिसर्च स्कॉलर मुथुकृष्णनन जीवानंदम ने सोमवार शाम खुदकुशी कर ली। यह जानकारी पुलिस ने मीडिया को दी है। मुथुकृष्णन तमिलनाडु के सेलम जिले के रहने वाले थे। उसका शव एक दोस्त के घर पंखे से लटकता हुआ मिला। 25 साल की उम्र के मुथुकृष्णन जेएनयू में एम.फिल के छात्र थे। उन्होंने अपनी आखिरी फेसबुक पोस्ट में असमानता की बात की थी।
रजनी क्रिश नाम से बनाई प्रोफाइल से मुथुकृष्णनन, फेसबुक पर माना सिरीज़ के जरिए एक दलित छात्र के संघर्ष की कहानियां लिख रहे थे।
आखिरी पोस्ट में रजनी क्रिश ने लिखा था, समानता से वंचित करना हर चीज से वंचित करना है।
रजनी क्रिश की संदिग्ध मौत की चर्चा सोशल मीडिया पर भी है। कुछ लोग रजनी की कथित खुदकुशी को बीते साल हैदराबाद यूनिवर्सिटी में सुसाइड करने वाले दलित छात्र रोहित वेमुला से जोडक़र देख रहे हैं।
संजीव चौहान ने फेसबुक पर लिखा, जीत के जश्न में डूबे धृतराष्ट्र और द्रोणाचार्यों जेएनयू के एक और एकलव्य की जान ले ली तुमने। अभिषेक तिवारी लिखते हैं, कल शाम को जेएनयू के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली।
यतेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया, मुथुकृष्णनन की मौत दुखद है। हालांकि इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराए जाने की जरूरत है। उस सिस्टम का शुक्रिया, जो ऐसे लोगों को उच्च शिक्षा का मौका देता है जो इसके लायक नहीं हैं।
डॉ. जीप्रधान ने ट्वीट किया, जेएनयू में रोहित वेमुला-2 फिर शुरू हो चुका है।
पूर्व जेएनयू वाइस प्रेसिडेंट शैला राशिद ने ट्वीट किया, मुझे अभी जेएनयू के दलित स्कॉलर रजनी क्रिश की मौत के बारे में पता चला। हैरान हूं रेस्ट इन पीस प्यारे दोस्त।
कुफिर ने लिखा, हैदराबाद यूनिवर्सिटी से जेएनयू तक। ब्राह्मणों के परिसरों में मौत मंडरा रही है। एक और दुखद घटना।